Jul 26 2025
अमदावाद स्थित सच्चे पशु-प्रेमी, जीकेशभाई शाह से मिलने का दिल को छू लेने वाला अवसर मिला। वह हर दिन, बिना किसी स्वार्थ के, जानवरों और पक्षियों को प्रेमभावना और करुणा के साथ खाना खिलाते हैं और उनकी देखभाल करते हैं।
जीकेशभाई पिछले 7 वर्षों से यह निःस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। उनकी यह यात्रा तब शुरू हुई जब उनके बेटे ने एक छोटा सा कुत्ते का बच्चा गोद लिया। शुरुआत में जीकेशभाई उस पिल्ले को लेकर थोड़े संकोच में रहते थे। उसे छूने के बाद वे तुरंत हाथ धो लेते थे। लेकिन समय के साथ उन्होंने उस पिल्ले से लगाव महसूस करना शुरू किया, और धीरे-धीरे एक भावनात्मक संबंध बन गया।
और एक दिन उस भावनात्मक जुड़ाव ने उन्हें यह सोचने पर मजबूर किया: “मैं इस की देखभाल करता हूँ क्योंकि हमने इसे अपनाया है… लेकिन उन जानवरों और पक्षियों का क्या जो सड़कों पर रहते हैं और जिनका कोई नहीं है?” यही मंतव्य उनके इस मिशन की प्रेरणा बन गया, उन बेज़ुबानों की मदद करना।
एक छोटे से कुत्ते के बच्चेसे शुरू हुआ स्नेह आज सभी जानवरों और पक्षियों के प्रति प्रेम में बदल गया है। अब वे अपना समय और शक्ति जब हो सके तब प्राणी और पक्षी की सेवा में लगते है और अधिक से अधिक प्राणी और पक्षिओ की सेवा करनेका प्रयास करते है।
हमने उनसे बातचीत के बाद उनके साथ गली के कुत्तों को खाना खिलाने का अनुभव भी साझा किया।
जैसे ही हम आगे बढ़े, चारों ओर से कुत्ते दौड़ते हुए आए, कुछ सीधे खाने की ओर भागे, तो कुछ सिर्फ प्रेम पाने के लिए उत्सुक थे। वे अपनी पूंछ हिला रहे थे, छोटी-छोटी खुशियों भरी आवाज़ें निकाल रहे थे, और जीकेशभाई प्यार से देख रहे थे।
एक जगह पर एक कुत्ता खाना खाने के बजाय सिर्फ जीकेशभाई के दुलार का इंतजार कर रहा था। वहां जीकेशभाई ने हमारे साथ एक भावुक बात साझा की: “जानवर और पक्षी भी अपनी तरह से हमसे संवाद करने की कोशिश करते हैं। उनमें भी भावनाएं और समझ होती है। हमें बस उन्हें सुनने की जरूरत है।”
इस मौन लेकिन शक्तिशाली प्रेम से प्रेरित होकर, हमने उनके साथ अपनी यह यात्रा थोड़ा समय और जारी रखी और रास्ते में मिले हर गली के जानवरो को खाना खिलाते रहे।
देखिए जीकेशभाई शाह के साथ हमारी बातचीत.
Jikeshbhai Shah.
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